लापता मां को ढूंढ निकाला: परिजनों की आंखों से छलके खुशी के आंसू… जाना था बेटी के घर, पर पहुंच गई वृद्ध आश्रम

भटककर वृद्धाश्रम पहुंची 70 वर्षीय महिला, परिजनों ने एक साल बाद खोज निकाला

बेटी से मिलने निकली थीं, कोरबा में गुम होकर वृद्धाश्रम पहुंच गईं

रायगढ़ जिले के खरसिया क्षेत्र से लापता हुई 70 वर्षीय महिला को उनके परिजनों ने एक साल बाद आखिरकार खोज निकाला। महिला अपनी बेटी से मिलने के लिए घर से निकली थी, लेकिन रास्ता भटककर कोरबा पहुंच गई, जहां वह वृद्धाश्रम में रहने लगी। परिजनों को जब महिला के बारे में जानकारी मिली तो वे उन्हें घर ले गए।

वृद्धाश्रम में एक साल से रह रही थीं महिला

कोरबा के सर्वमंगला मंदिर के पास स्थित वृद्धाश्रम में पिछले दो दशकों से बुजुर्गों की देखभाल की जा रही है। यहां वर्तमान में 26 वृद्धजन रह रहे हैं, जिनमें 70 वर्षीय मेंमबाई भी शामिल थीं। मेंमबाई एक साल पहले अपनी बेटी के पास जाने के लिए घर से निकली थीं, लेकिन रास्ता भटकने के कारण वह कोरबा पहुंच गईं और वृद्धाश्रम में शरण ली।

रिश्तेदार की नजर पड़ने से मिली जानकारी

वृद्धाश्रम के केयरटेकर वीरू यादव ने बताया कि महिला को आश्रम में एक साल से रखा गया था और उनकी पूरी देखभाल की जा रही थी। हाल ही में, मेंमबाई के रिश्तेदार सर्वमंगला मंदिर दर्शन करने आए थे, जहां उनकी नजर वृद्धाश्रम में महिला पर पड़ी। उन्होंने तुरंत परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद परिवार के सदस्य कोरबा पहुंचे और उन्हें अपने साथ घर ले गए।

परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं

महिला के बेटे शिवनारायण ने बताया कि उनकी मां के अचानक लापता होने के कारण परिवार बेहद परेशान था और लगातार उनकी तलाश कर रहा था। लंबे समय बाद मां को सुरक्षित पाकर परिवार खुश है और उन्हें अपने साथ घर ले आया है।

यह मामला दर्शाता है कि समय पर मिली जानकारी से परिजन अपनों से फिर मिल सकते हैं। वहीं, वृद्धाश्रमों का योगदान भी सराहनीय है, जहां जरूरतमंद बुजुर्गों की देखभाल की जाती है।

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